क्या आप किसी ऐसे आसान तरीके के बारे में जानना चाहते हैं जिससे आप यह पता कर पाए कि प्रेगनेंसी में बेबी बॉय किस साइड होता है मतलब की प्रेगनेंसी या गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय में बेबी बॉय किस तरफ होता है दाएं तरफ या बाएं तरफ। या फिर गर्भावस्था के दौरान आप यह जानना चाहते हैं कि शिशु लड़का है या लड़की या फिर गर्भावस्था में शिशु के दाएं या बाई ओर होने से क्या फर्क पड़ता है क्या इसके पीछे कोई गहरा रहस्य है।
इसके पीछे कोई गहरा रहस्य नहीं है परंतु वैज्ञानिक तथ्य इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि गर्भाशय में शिशु किस तरफ होता है यह बात शिशु के लिंग से संबंधित होता है मतलब शिशु लड़का है या लड़की। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम इस विषय पर ही जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
इस आर्टिकल में हम प्रेगनेंसी में बेबी बॉय किस साइड होता है के बारे में बात करेंगे और प्रेगनेंसी में बेबी बॉय किस साइड होता है के बारे में सभी जानकारी प्रदान करेंगे (Pregnancy me ladka kis side hota hai)
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रामजी सिद्धांत क्या है – What is Ramzi theory in Hindi

रामजी सिद्धांत या रामजी विधि, यह एक तरीका है जिसके द्वारा आप बिना अल्ट्रासाउंड या किसी भी आधुनिक तकनीक का उपयोग करें इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि गर्भाशय में शिशु लड़का है या लड़की। इस सिद्धांत का यह दावा है कि शिशु के लड़का या लड़की होने का सीधा संबंध प्लेसेंटा गर्भाशय में किस तरफ होता है इस बात से संबंधित है।
यह सिद्धांत यह कहता है कि यदि प्लेसेंटा गर्भाशय में सीधी (राइट) तरफ बनता है तो शिशु के लड़के होने की संभावना अधिक होती है यदि प्लेसेंटा गर्भाशय के उल्टी (लेफ्ट) ओर बनता है तो शिशु के लड़की होने की संभावना अधिक होती है।
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प्रेगनेंसी में बेबी बॉय किस साइड होता है – Pregnancy me ladka kis side hota hai
आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान एक शिशु जब 5 महीने का हो जाता है तब वह हलचल करने लगता है जिसमें थोड़ा बहुत हिलना और पैर चलाना शामिल है। यदि इस दौरान आपको सीधे हाथ या सीधे पाव की तरफ पेट में अधिक भार या फिर खिंचाव का अनुभव होता है तो शिशु के लड़का होने की संभावना अधिक है।
रामजी सिद्धांत का यह दावा है कि गर्भधारण की लगभग 6 हफ्तों के बाद अगर आप अल्ट्रासाउंड कराते हैं तो आप यह पता कर सकते हैं कि शिशु लड़का है या लड़की आप सोच रहे होंगे कि अल्ट्रासाउंड से तो वैसे भी पता चल जाता है कि लड़का है या लड़की फिर इसमें खास क्या है?
इसमें खास बात यह है कि सामान्य तौर पर गर्भधारण के लगभग 20 हफ्तों या 5 महीनों के बाद शिशु के जननांग विकसित हो पाते हैं इसलिए अगर आप 5 महीनों से पहले अल्ट्रासाउंड द्वारा शिशु की जांच करना चाहे तब भी नहीं कर सकते क्योंकि इस समय अवधि से पहले शिशु के जननांग पूर्ण रूप से विकसित ही नहीं होते जिस कारण वर्ष आप यह नहीं बता सकते कि शिशु लड़का है या लड़की।
वैज्ञानिक आधार पर देखा जाए तो वैज्ञानिक इस सिद्धांत को ठोस तथ्य नहीं मानते क्योंकि इस सिद्धांत के सफल होने की संभावना लगभग 50% है जो सामान्य रूप से एक अनुमान से ज्यादा कुछ नहीं है। ज्यादातर महिलाएं इस तरकीब का उपयोग उत्सुकता पूर्वक करती हैं।
जब कोई महिला गर्भवती होती है तब उसके गर्भाशय में एक छोटे भ्रूण का निर्माण होता है यह भ्रूण एक नाल द्वारा महिला के शरीर से जुड़ा होता है इस नली नुमा संरचना को बीजाण्डासन या अपरा (Placenta) कहते हैं जिससे सभी पोषक तत्व भ्रूण तक पहुंचते हैं और भ्रूण से निकलने वाला वेस्ट पदार्थ महिला के शरीर तक पहुंचता है।
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गर्भावस्था में शिशु के लड़का होने के क्या क्या लक्षण होते हैं – Signs of a boy pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने शरीर में भिन्न-भिन्न प्रकार के बदलाव और लक्षण महसूस होते हैं जिनके आधार पर आप पहले से ही यह बता सकते हैं कि शिशु लड़का होगा या लड़की।
- हाथों का ठंडा और शुष्क होना
- त्वचा में विभिन्न प्रकार के बदलाव होना
- चटपटा खाने की तीव्र इच्छा होना
- पसलियों तथा गर्भाशय के निचले भाग में एक गहरी रेखा दिखाई देना
- गर्भ में दिल की धड़कन सामान्य से कम होना
- मन का बार-बार बदलना
- शरीर के बालों का अधिक बढ़ना
- स्तनों के आकार में बदलाव होना
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निष्कर्ष
इस आर्टिकल में प्रेगनेंसी में बेबी बॉय किस साइड होता है के बारे में बताया है और प्रेगनेंसी में बेबी बॉय किस साइड होता है के बारे में सभी जानकारी प्रदान किया है (Pregnancy me ladka kis side hota hai)
मैं आशा करता हूं कि आपको हमारा यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा अगर आपके कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपके सवालों का जवाब देने का प्रयास जरूर करेंगे
पेट में लड़का कौन सी साइड रहता है?
अपने पेट के राइट साइड वाले हिस्से में ज्यादा मूवमेंट नजर आती है या ज्यादा हलचल होती है तो आपको लड़का होने की संभावना अधिक है।
कैसे पता चलता है कि गर्भ में लड़का है?
गर्भावस्था के दौरान शिशु अगर पेट के निचले हिस्से में लात मारता है या पेट के राइट साइड वाले हिस्से में अधिक हलचल करता है तो महिला को लड़का होने की संभावना अधिक है।
गर्भ में लड़का होने के क्या क्या लक्षण होते हैं?
प्रेगनेंसी के दौरान अगर बच्चा अधिक मूवमेंट करता है जैसे लात मारना और अगर आपका अत्यधिक खाना खाने का मन करता है इसके साथ साथ ही अगर आपको मूड स्विंग होने की भी समस्या होती है तो यह सभी लक्षण, लड़के होने के लक्षण है।
बेबी बॉय कितने वीक में होता है?
बेबी बॉय 37 हफ़्ते यानि 259 दिन से लेकर 42 हफ़्ते यानि 294 दिन के बीच में होता है।

Dr. Sujata kaur को Gynecology क्षेत्र में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव है। Dr. Sujata kaur ने न्यू इंग्लैंड मेडिकल कॉलेज से MBBS और MD पूरा किया। अपने प्रशिक्षण और रजिस्ट्रारशिप को पूरा करने के बाद Dr. Sujata kaur 20 से अधिक वर्षों से एक स्वतंत्र प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ अभ्यास कर रही हैं।
Qualification- MBBS, MD – Obstetrics and Gynaecology